गर्मी की छुट्टियां हो और कही जाने का प्लान न बने ऐसा कही हो सकता है। गर्मी की छुट्ठियों को परिवार और दोस्तों के साथ बिताने का एक अलग ही मजा है, भारत में बहुत सी ऐसी जगहें हैं जहा गर्मी के मौसम में यात्रा करना दिल में एक अलग ही सुकून पैदा करता है। कई लोगों को गर्मियों में ट्रेवल करना बहुत ही ज्यादा अच्छा लगता है, क्योंकि अक्सर लोग अपने मनपसंद लोगों के साथ वक़्त को बिताना चाहते है। तो आज हम बात करेंगे गर्मियों में घूमने की टॉप 5 जगहें के बारे में।
1. मनाली, हिमांचल प्रदेश

गर्मियों की तेज धूप से राहत पाने के लिए लो अक्सर ठंडी जगहों की तलाश में रहते है, जहाँ के नज़ारे खूबसूरत हो और मौसम ठंडा तथा आरामदायक हो, गर्मियों में आप ठंडी जगह की तलाश में है, तो- मनाली आपके लिए बहुत ही अच्छा और प्रसिद्ध डेस्टिनेशन है। जहा आप नेचर और एडवेंचर दोनों का ही आंनद ले सकते हैं, हिमांचल की गोद में बसा ये छोटा शहर ट्रैवेलर के लिए केक पर चेरी जैसा अनुभव लेकर आता है।
घूमने की जगहें:
- रोहतांग पास
- सोलंग वैली
- मणिकरण साहिब
- हिडिम्बा देवी मंदिर
- वशिष्ठ कुंड
कब जाएँ- मनाली:
अगर आप गर्मी के मौसम में जाना चाहते है तो अप्रैल से जून के बीच में बहुत ही अच्छा समय है, इस समय वहाँ आप ठंडी वादियों का पूरा मजा ले सकते हो। वहीं आप सर्दियों में जाना चाहते हैं, तो नवम्बर से फरवरी के बीच बहुत ही अच्छा समय है।
कैसे पहुचें- मनाली:
सड़कमार्ग से: अगर आप बस से जाना चाहते है तो सबसे पहले आपको दिल्ली पहुंचना होगा, दिल्ली से बस पकड़कर आप करीब 12 से 14 घंटे में मनाली पहुंच जायेंगे।
ट्रेन से: अगर आप भी ट्रेन की खिड़की के पास बैठकर सफर को और यादगार बनाना चाहते है तो आप कही से भी ट्रेन पकड़कर जोगिंदरनगर नगर रेलवे स्टेशन पहुंच जाइये। जो की मनाली का सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन है, यहाँ से मनाली की दूरी लगभग 50 किलोमीटर है।
हवाईयात्रा से: मनाली में खुद का कोई हवाईअड्डा नहीं है। मनाली का सबसे नजदीकी एयरपोर्ट भुंतर है यहाँ से मनाली की दूरी लगभग 50 किलोमीटर है।
2. शिमला, हिमाचल प्रदेश

शिमला सिर्फ एक टूरिस्ट प्लेस नहीं बल्कि कई लोगों का एहसास है। जब भी कभी पहाड़ों में घूमने का मन होता है तो शिमला जाने का ख्याल हमारे मन में जरूर आता है, पहाड़ो की रानी कहे जाने वाले इस हिल स्टेशन में वो सब कुछ देखने और महसूस करने को मिलता है जिसकी एक ट्रैवेलर को तलाश होती है। पहाड़ों में जाने के बाद मानो जैसे वक़्त रुक ही जाता है, और शिमला में तो दिल भी ठहर सा जाता है।
घूमने की जगहें:
- मॉल रोड
- क्राइस्ट चर्च
- कुफरी
- जाखू मंदिर
- द रिज
कब जाएँ- शिमला:
अगर आप शिमला एक सही समय जाना चाहते हैं तो अप्रैल से जून की गर्मियों में जा सकते हैं, जोकि एक घूमने के लिए अच्छा समय है और वही दिसम्बर से जनवरी स्नोफॉल के लिए एक अच्छा समय होता है।
कैसे पहुचें- शिमला:
सड़कमार्ग से: दिल्ली से शिमला की दूरी लगभग 350 किलोमीटर है, दिल्ली से आपको बसें भी बहुत आसानी से मिल जाती हैं जो की आपको 8 से 9 घंटे में शिमला पहुंचा देंगी।
ट्रेन से: अगर आप ट्रेन से शिमला पहुंचना चाहतें है तो शिमला का सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन कालका है, जहाँ तक आप ट्रेन से बहुत ही आसानी से पहुंच सकते हैं। यहाँ से आपको शिमला के लिए बस बहुत ही आसानी से मिल जाएगी, कालका से शिमला की दूरी लगभग 80-90 किलोमीटर है,
हवाईयात्रा से: शिमला का सबसे नजदीकी एयरपोर्ट चंडीगढ़ है, यहाँ से शिमला की दूरी लगभग 120 किलोमीटर है।
3. नैनीताल, उत्तराखंड

नैनीताल सिर्फ एक ट्रेवल प्लेस नहीं बल्कि ट्रैवेलर के लिए किसी फीलिंग्स से कम नहीं है। छुट्टियों में किसका मन नहीं करता की वो अपनी छुट्ठियों को नैनीताल जैसी जगहों पर बिताये, जब भी मन करे शहर की भींड से हटकर एक ऐसी सुकून भरी जगह पर जहाँ पर खुलकर आप अपने यादों को बना सको। तो नैनीताल एकदम परफेक्ट जगह है झील के किनारे टहलना पहाड़ों में खो जाना और लोकल जगहों की ख़ूबसूरती को देखकर वहां खो जाना यही है, नैनीताल की ख़ूबसूरती।
घूमने की जगहें:
- नैनी झील
- स्नो व्यू पॉइंट
- नैना देवी मंदिर
- कैंची धाम
- मॉल रोड
कब जाएँ- नैनीताल:
गर्मियों के समय नैनीताल के पहाड़ों में घूमने के लिए मार्च से जून तक का सबसे अच्छा समय है, वहीँ अगर आप बर्फ में आनंद लेना चाहते हैं तो नवम्बर से फरवरी का समय एक अच्छा समय है। वही आपको जुलाई से सितम्बर के बीच नैनीताल के हरियाली का मजा ले सकते हैं लेकिन इस समय बारिश की सम्भावना अधिक रहती है।
कैसे पहुचें- नैनीताल:
सड़कमार्ग से: दिल्ली से नैनीताल की दूरी लगभग 300 किलोमीटर है आपको दिल्ली से नैनीताल के लिए बस बहुत ही आसानी से मिल जाती है।
ट्रेन से: अगर आप नैनीताल ट्रेन द्वारा जाना चाहते है, तो आपको सबसे पहले काठगोदाम रेलवे स्टेशन पहुंचना होगा जो की नैनीताल का नजदीकी रेलवे स्टेशन है। वहां से नैनीताल की दूरी लगभग 35 किलोमीटर है, वहां से आपको लोकल बस टैक्सी बहुत ही आसानी से मिल जाएगी।
हवाईयात्रा से: नैनीताल का सबसे नजदीकी हवाईअड्डा पंतनगर है, वह से नैनीताल की दूरी 70 किलोमीटर है पर वहां से लोकल टैक्सी व बस बहुत ही आसान से मिल जाएगी।
4. मसूरी, उत्तराखंड

उत्तराखंड की गोद में बसा एक ऐसा स्थान जो आपको रोमांटिक सा अहसास दिलाएगा, जी हाँ हम बात कर रहे है मसूरी हिल स्टेशन के बारे में। इसे यूँही “क्वीन ऑफ हिल्स” नहीं कहा जाता, यह एक ऐसी शांत जगह जहा हर एक ट्रैवेलर का जाने का सपना होता है। आप यहाँ परिवार के साथ ट्रिप कर सकते है, कपल्स के हनीमून के लिए बहुत ही शानदार हिल स्टेशन है। बादलों में खो जाना, झरनो में भीगना और हिमालय की गोद में बैठकर कॉफ़ी पीना यही तो असली ट्रेवल है।
घूमने की जगहें:
- केम्पटी फॉल
- गन हिल
- मॉल रोड
- लाल टिब्बा
- कंपनी गार्डन
कब जाएँ- मसूरी:
अगर आप गर्मियों के महीने यानि मार्च, जून में मसूरी जाते है, तो ठंडक और फूल की खूबसूरती को महसूस कर पाएंगे। वहीँ आप स्नोफाल का मजा लेना चाहते हैं तो अक्टूबर से फरवरी का महीना सबसे अच्छा है।
कैसे पहुचें- मसूरी:
सड़कमार्ग से: दिल्ली से मसूरी लगभग 300 किलोमीटर है, दिल्ली से आपको बस मसूरी के लिए बहुत ही आसानी से मिल जाती है। अगर आप खुद की कार या अन्य वाहन से जाते है, तो ड्राइव करने लायक बहुत ही ख़ूबसूरत रोड ट्रिप हो सकती है।
ट्रेन से: अगर आप ट्रेन के माध्यम से मसूरी पहुंचना चाहते है, तो मसूरी का नजदीकी रेलवे स्टेशन देहरादून है। वहां से मसूरी की दूरी लगभग 34 किलोमीटर है, वहां से आपको टैक्सी या लोकल बस बहुत ही आसानी से मिल जाती है।
हवाईयात्रा से: अगर आप हवाई मार्ग से मसूरी पहुंचना चाहते हैं, तो सबसे पहले आपको मसूरी के सबसे नजदीकी एयरपोर्ट जॉली ग्रांट पहुंचना होगा, जो मसूरी से लगभग 60 किलोमीटर की दूरी पर है। वहां से आप टैक्सी के माध्यम से मसूरी पहुंच सकते हैं।
5. दार्जिलिंग, पश्चिम बंगाल

अगर पहाड़ों से प्यार है तो, दार्जिलिंग आपकी मनपसंद ट्रवेल प्लेस में जरूर होगा। दार्जिलिंग सिर्फ एक जगह नहीं है बल्कि एक अहसास से कम नहीं है। भारत में स्तिथ ये हिल स्टेशन आपको बर्फीली वादियों का अहसास कराएगा। खुसबूदार चाय बागानों, और यहाँ की सैर आपको एक अलग ही महसूस करायेगा।दार्जिलिंग चाय की महक यहाँ के हर पत्ते में बसी है आप यहाँ पर चाय फैक्टरी भी देख सकते हैं। सुबह सूरज को कंचनजंघा की छोटी पर उगते देखना एक आपके जीवन के अनुभव जैसा होगा।
घूमने की जगहें:
- टाइगर हिल
- बाटासिया लूप
- दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे
- चाय बागान
- पीस पगोडा
कब जाएँ- दार्जिलिंग:
मार्च से मई का समय घूमने के लिए सबसे अच्छा समय है। इन दिनों में मौसम ठंडा और साफ होता है, जिससे पहाड़ियों का नजारा और ख़ूबसूरत दिखता है।
कैसे पहुचें- दार्जिलिंग:
सड़कमार्ग से: अगर आप दिल्ली, कोलकाता बड़े जैसे शहरो से आ रहे हैं, तो सबसे पहले आपको NJP या बागडोगरा तक फ्लाइट या ट्रेन से पहुंचना होगा, फिर वहां से आप सड़कमार्ग द्वारा दार्जिलिंग जाएँ।
ट्रेन से: अगर आप ट्रेन के द्वारा दार्जिलिंग पहुंचना चाहते हैं, तो सबसे पहले आपको न्यू जलपाईगुड़ी-NJP रेलवे स्टेशन पहुंचना होगा। जोकि दार्जिलिंग का नजदीकी रेलवे स्टेशन है, वहां से दार्जिलिंग की दूरी लगभग 75 किलोमीटर है।
हवाईयात्रा से: अगर आप हवाई मार्ग से दार्जिलिंग पहुंचना चाहते हैं, तो सबसे पहले आपको बागडोगरा हवाईअड्डा पहुंचना होगा। जोकि दार्जिलिंग का नजदीकी हवाईअड्डा है, वहां से दार्जिलिंग की दूरी लगभग 70 किलोमीटर है।

मेरा नाम शोभित है। मुझे यात्रा करना और दुनिया को करीब से जानना बेहद पसंद है। नए-नए स्थानों को खोजना, वहाँ की संस्कृति को समझना और अलग-अलग लोगों से मिलना मेरा शौक है। सफर के दौरान नई कहानियाँ, नए अनुभव और अनगिनत यादें बनाना मुझे बेहद खुशी देता है। मेरे लिए यात्रा सिर्फ घूमना नहीं, बल्कि जीवन को एक नए नजरिए से देखना है। उम्मीद करता हूँ मेरे द्वारा ब्लॉग आपको बेहद पसंद आएंगे।
